क्या है 6-6-6 walking routine, क्यों बन रहा ये हेल्दी लाइफस्टाइल का नया ट्रेंड

6-6-6 वॉकिंग रूटीन आजकल बहुत ट्रेंड में है। यह हार्ट और मेंटल हेल्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद है और इसे शुरू करने का कुछ तरीका है। तो चलिए, जानते हैं कि यह क्या है और क्यों यह इतना खास है।

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Kaushiki
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healthy lifestyle: आज की तेज रफ्तार वाली दुनिया में हम अपने काम में इतने व्यस्त हो गए हैं कि अपनी सेहत पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में वॉकिंग यानी टहलना, सबसे आसान और असरदार एक्सरसाइज मानी जाती है। चाहे आप इसे जैसे भी करें, इसका कोई नुकसान नहीं है।

आजकल सोशल मीडिया पर एक नया वॉकिंग ट्रेंड बहुत पॉपुलर हो रहा है, जिसे 6-6-6 वॉकिंग रूटीन कहते हैं। यह एक ऐसा आसान तरीका है जिसे अपनाकर आप अपने दिल को मजबूत बना सकते हैं, तनाव को कम कर सकते हैं और एक हेल्दी लाइफस्टाइल की शुरुआत कर सकते हैं।

यह रूटीन बहुत ही सरल है, जिसके लिए न तो आपको जिम जाने की जरूरत है और न ही किसी खास इक्विपमेंट की। बस रोज कुछ मिनट निकालकर आप अपनी सेहत में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं। तो चलिए, जानते हैं कि यह 6-6-6 वॉकिंग रूटीन क्या है और क्यों यह इतना खास है। 

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🤔 क्या है 6-6-6 वॉकिंग रूटीन

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एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह रूटीन आपके लिए वॉकिंग को एक मजेदार और आसान आदत बना देगा। इससे आप हर हफ्ते कुल 360 मिनट तक वॉक कर लेंगे, जो सेहत के लिए बहुत अच्छा है।

  • 🚶‍♀️ पहला '6': इस रूटीन में सबसे पहले हर दिन 6 मिनट का वार्म-अप और 6 मिनट का कूल-डाउन शामिल है। वार्म-अप आपकी मसल्स को एक्सरसाइज के लिए तैयार करता है, जबकि कूल-डाउन उन्हें आराम देता है।
  • 🚶‍♀️ दूसरा '6': इस रूटीन का दूसरा हिस्सा है हर दिन 60 मिनट (1 घंटा) वॉक करना। आप अपनी सुविधा के अनुसार इसे सुबह या शाम को कर सकते हैं। अगर आपके पास एक साथ 60 मिनट का समय नहीं है, तो आप इसे दो हिस्सों में भी बांट सकते हैं – जैसे 30 मिनट सुबह और 30 मिनट शाम को।
  • 🚶‍♀️ तीसरा '6': इस रूटीन का तीसरा और आखिरी हिस्सा है इसे हफ्ते में कम से कम 6 दिन फॉलो करना। इससे आपकी बॉडी को इसकी आदत हो जाएगी और आप इसे अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बना पाएंगे।

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💖🧠 6-6-6 वॉकिंग रूटीन के फायदे

वॉकिंग के कई फायदे हैं और 6-6-6 रूटीन इसे और भी असरदार बना देता है।

💖 हार्ट हेल्थ के लिए वरदान

  • एक स्टडी में बताया गया है कि हर दिन 7 हजार कदम चलने से कैंसर, डिमेंशिया और दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।

💖 ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है 

  • जब हम तेज चलते हैं, तो हमारा हार्ट रेट बढ़ जाता है। इससे शरीर में खून का बहाव बेहतर होता है, जो दिल की सेहत के लिए बहुत जरूरी है।

💖 जोन 2 हार्ट रेट 

  • एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ब्रिस्क वॉकिंग के दौरान आपका हार्ट रेट आपके मैक्सिमम हार्ट रेट के 60% से 70% के बीच होना चाहिए। इसे जोन 2 हार्ट रेट कहते हैं। इसे आप स्मार्टवॉच या फिटनेस ट्रैकर से ट्रैक कर सकते हैं।

💖 मैक्सिमम हार्ट रेट का फॉर्मूला

  • 220 में से अपनी ऐज घटाएं। जैसे, अगर आपकी उम्र 30 साल है तो आपका मैक्सिमम हार्ट रेट 190 होगा (220-30=190)। इसका 60-70% यानी 114 से 133 बीट प्रति मिनट की स्पीड से आपको वॉक करना चाहिए।

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6-6-6 वॉकिंग रूटीन: टहलने का ये तरीक़ा ट्रेंड क्यों कर रहा है? - BBC News  हिंदी

🧘‍♂️🩺मेंटल हेल्थ के लिए कमाल

वॉकिंग सिर्फ शरीर के लिए ही नहीं, दिमाग के लिए भी बहुत अच्छी है।

  • 😴 तनाव कम होता है: जब आप खुली हवा में टहलते हैं, तो दिन भर का तनाव (mental health) कम होता है और मूड अच्छा हो जाता है।
  • 😴 एक तरह का मेडिटेशन: एक्सपर्ट्स का मानना है कि एकाग्रता के साथ वॉक करना एक तरह का मेडिटेशन है, जिससे दिमाग शांत होता है।
  • 😴 बेहतर नींद: रोजाना एक फिक्स्ड टाइम पर वॉक करने से आपकी बॉडी क्लॉक सही रहती है, जिससे आपको अच्छी नींद आती है।

🤸‍♀️ हेल्दी लाइफस्टाइल

आजकल हम सब की जिंदगी बहुत ही सेडेंटरी हो गई है, यानी हम ज्यादातर समय बैठे रहते हैं। ऐसे में 6-6-6 walking routine को अपनाना एक बहुत ही पॉजिटिव कदम हो सकता है।

  • 🏃‍♂️🧘‍♂️ कोई बहाना नहीं: इस रूटीन को फॉलो करने के लिए आपको किसी जिम की मेंबरशिप या महंगे इक्विपमेंट की जरूरत नहीं है। बस एक जोड़ी अच्छे वॉकिंग शूज चाहिए।
  • 🏃‍♂️🧘‍♂️ धीरे-धीरे शुरू करें: अगर आप अभी बिल्कुल भी वॉक नहीं करते, तो सीधे 60 मिनट वॉक करने की कोशिश न करें। शुरुआत 10-15 मिनट से करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
  • 🏃‍♂️🧘‍♂️ अपने शरीर की सुनें: अगर आपको कोई दिक्कत महसूस हो, तो अपने शरीर की सुनें और रुक जाएं। यह रूटीन इसलिए बनाया गया है ताकि आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकें, न कि खुद को नुकसान पहुंचाएं।
  • 🏃‍♂️🧘‍♂️ वार्म-अप और कूल-डाउन: अगर आप ब्रिस्क वॉकिंग कर रहे हैं, तो 6 मिनट का वार्म-अप जरूर करें, जिसमें थोड़ी स्ट्रेचिंग भी शामिल हो। वॉक के बाद भी पेस धीरे-धीरे कम करके 6 मिनट का कूल-डाउन करें।

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🏃‍♂️💪 वॉकिंग रूटीन के लिए कुछ खास टिप्स

  • 💡 सही जूते पहनें: वॉकिंग के लिए सही जूते पहनना बहुत जरूरी है ताकि आपके पैरों को सपोर्ट मिले और चोट लगने का खतरा कम हो।
  • 💡 हाइड्रेटेड रहें: वॉकिंग से पहले और बाद में पानी पीना न भूलें। अगर आप लंबी वॉक पर जा रहे हैं, तो अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखें।
  • 💡 सही जगह चुनें: वॉक करने के लिए ऐसी जगह चुनें जहां आप सेफ महसूस करें, जैसे पार्क या ट्रैफिक-फ्री रोड।
  • 💡 किसी दोस्त को साथ लें: अगर आप अकेले वॉक करते हुए बोर हो जाते हैं, तो अपने किसी दोस्त या परिवार के सदस्य को साथ ले सकते हैं। इससे वॉक और भी मजेदार हो जाएगी।
  • 💡 अपनी प्रोग्रेस ट्रैक करें: आप अपनी वॉकिंग की प्रोग्रेस को ट्रैक करने के लिए किसी फिटनेस ऐप या स्मार्टवॉच का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपको मोटिवेटेड रहने में मदद करेगा।

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