/sootr/media/media_files/2025/08/06/raipur-businessman-apk-scam-the-sootr-2025-08-06-16-47-29.jpg)
रायपुर में एक कारोबारी साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया है। ठगों ने उसे व्हाट्सऐप पर APK फाइल भेजा, जिसे डाउनलोड करते ही कारोबारी का मोबाइल हैक हो गया। फिर ठगों ने 38 ट्रांजैक्शन में बैंक अकाउंट खाली कर दिया। कारोबारी के करीब 12 लाख से ज्यादा पैसे ठगों ने पार कर दिए हैं। इसके बाद कारोबारी ने राखी थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
पढ़ें: छत्तीसगढ़ में अतिथि शिक्षक भर्ती: रायपुर,सुकमा और कोरबा में शिक्षित युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
कारोबारी को ऐसे हुआ शक
पीड़ित महेश कुमार साहू के मुताबिक उसकी ट्रैक्टर रिपेयरिंग की वर्कशॉप है। 17 जुलाई को उसके व्हाट्सऐप नंबर पर TAFE SPARE REPAIRE नाम के व्हाट्सऐप ग्रुप में PM किसान योजना से जुड़ी एक APK फाइल भेजी गई। जिस नंबर से फाइल आई उस नंबर के व्यक्ति ने कहा कि उसने कोई फाइल नहीं भेजी है। लेकिन कुछ देर बाद महेश के मोबाइल की बैटरी गर्म होनी होने लगी और फोन बार-बार हैंग करने लगा। इससे महेश को शक हुआ कि उसका फोन हैक हो गया है।
दो दिन बाद मोबाइल नंबर हुआ बंद
19 जुलाई को महेश किसी से फोन पर बात कर रहा था, तभी उसका फोन अचानक बंद हो गया। इसके बाद जब कोई उसके मोबाइल नंबर अपने फोन कर रहे थे तो वो डायवर्ट होकर पुणे, महाराष्ट्र के किसी व्यक्ति के पास जाने लगा। महेश ने तुरंत टेलीकॉम कंपनी के ऑफिस जाकर सिम बंद होने की शिकायत की।
पढ़ें: बीजापुर नक्सल एनकाउंटर: मुठभेड़ में एक नक्सली ढेर, सर्च ऑपरेशन जारी
मैच नहीं हुआ फोटो
जब उसने नया सिम लेने के लिए बायोमेट्रिक और फोटो दिया, तो वह मैच नहीं हुआ। इसके बाद उसे आधार कार्ड अपडेट कराने के लिए कहा गया। इसी बीच महेश को पता चला कि उसके बैंक अकाउंट से रुपए की ट्रांजैक्शन हुए हैं।
38 ट्रांजैक्शन में 12 लाख निकाले
ठग ने APK फाइल की आड़ में मालवेयर या वायरस भेजकर महेश का मोबाइल हैक कर लिया। फिर मोबाइल नंबर से ओटीपी मंगवा कर करीब 38 ट्रांजैक्शन में 12 लाख 3 हजार रुपए पार कर दिए। ठग ने पीड़ित के बैंक ऑफ़ बड़ोदा महाराष्ट्र के अकाउंट से रकम निकालकर अलग-अलग बैंक और खातों में ट्रांसफर की।
पढ़ें: ईसाई से हिंदू बने 35 आदिवासी परिवार, जूदेव ने पैर धोकर कराई घर वापसी
व्यापारी से कैसे हुई ठगी ?
पांच प्वॉइंट में समझें पूरी खबर
|
खातों की जांच कर रही पुलिस
खाते से रुपए कटने के बाद महेश को इस बात का एहसास हुआ कि वो ठगी का शिकार हो गए हैं। जिसके बाद उन्होंने राखी थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल इस मामले में राखी थाना प्रभारी आशीष राजपूत का कहना है कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। साइबर की मदद से पुलिस मामले में जांच कर रही है। रकम को किन खातों में भेजा गया है इसकी जांच जारी है।
पढ़ें; बीजेपी के पूर्व विधायक आहूजा ने वसुंधरा-गहलोत पर कसा तंज, कहा-दोनों ने कोई काम नहीं किया
FAQ
Cyber fraud | Chhattisgarh Cyber fraud | chhattisgarh cyber fraud news | cyber fraud chhattisgarh | whatsaap apk file | apk file fraud | bank fraud | रायपुर में कारोबारी से साइबर फ्रॉड | साइबर फ्रॉड | छत्तीसगढ़ साइबर फ्रॉड | साइबर फ्रॉड से कैसे बचें | छत्तीसगढ़ न्यूज | सीजी न्यूज | रायपुर में कारोबारी से ठगी